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अलाऊद्दीन खिलजी की बाजार नियंत्रण नीति in Hindi

  अलालुदीन खिलजी की बाजार नियंत्रण नीति in hindi परिचय  • अलालुद्दीन खिलजी, खिलजी वंश का शासक था , जो की अपनी शक्ति से सम्पूर्ण भारत पर अपना अधिकार करना चाहता था इसलिए अलाउद्दीन खिलजी ने दिल्ली सल्तनत का शासक होते हुए स्वयं को अपारशक्तिशाली बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई थी जिसमे से  उसकी " बाजार नियंत्रण नीति व योजना " इतिहास में अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि ये योजना का वर्तमान अर्थ व्यवस्था में भी उपयोग होता है ।  [ बाजार नियंत्रण नीति अपनाने का कारण ] 1. आर्थिक स्थिति को लंबे समय के लिए मजबूत बनाने  रखने की सोच :  अलाउद्दीन खिलजी ने दिल्ली सल्तनत का शासक होते हुए बाहरी अभियान किए थे जिसमे उसको अपार धन खर्च करना पड़ा था ।  2. स्थायी सैन्य व्यवस्था की स्थापना : अलाउद्दीन को स्मरण था की विश्व विजय प्राप्त करने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए उसके पास विशाल सेना होने के साथ ही साथ दिल्ली सल्तनत में एक बड़ी , बलवान , सशस्त्र स्थायी सेना का होना अत्यधिक महत्वपूर्ण है अर्थात अलाउद्दीन के लिए महत्वपूर्ण था कि वो दिल्ली में स्थायी सेना को सुसज्जित करक...

1909 भारत परिषद् अधिनियम के वस्तुनिष्ठ प्रश्न | 1909 Bharat Parishad Adhiniyam ke MCQ Questions in hindi

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 1909 ई० भारत परिषद् अधिनियम के वस्तुनिष्ठ प्रश्न| 1909 Bharat Parishad Adhiniyam ke MCQ Questions in hindi  1909 ई० भारत परिषद् अधिनियम के महेत्वपूर्ण प्रश्न :  प्रश्न 1- किस व्यवस्था में परिवर्तन हेतु 1909 का अधिनियम पारित किया था ?  (अ) भारतीय सेना व्यवस्था  (ब) भारतीय न्याय व्यवस्था  (स) भारतीय बाजार व्यवस्था  (द)  भारतीय संविधानिक व्यवस्था ।  उत्तर - (द)  भारतीय संविधानिक व्यवस्था ।  प्रश्न 2 -  1909 का अधिनियम दूसरे किस नाम से प्रचलित है ? (अ) माण्टेग्यू-चेम्सफोर्ड अधिनियम (ब) मोर्ले मिण्टो सुधार अधिनियम  (स) भारत सरकार अधिनियम  (द) भारतीय संविधान अधिनियम उत्तर - (ब) मोर्ले मिण्टो सुधार अधिनियम । प्रश्न 3 - 1892 ई० के अधिनियम के बाद भारत में निम्न में से किन दो बीमारीयो ने महामारी का रूप ले लिया था ?  (अ) मलेरिया और पोलियो (ब) डेंगू और प्लेग (स) मलेरिया और प्लेग (द) टायफाइड और चेचक उत्तर - (स) - मलेरिया और प्लेग । प्रश्न 4 - लॉर्ड कर्जन भारत में किस पद पर कार्यरत रहे थे ? (अ) वायसराय (ब) सचिव  (स) गव...

खिलजी वंश के वस्तुनिष्ठ प्रश्न | Khilji Vansh Ke Mcq questions in hindi

 खिलजी वंश के वस्तुनिष्ठ प्रश्न | Khilji Vansh Ke MCQ Questions in hindi  जलालुद्दीन और अलाउद्दीन खिलजी के वस्तुनिष्ट प्रश्न  प्रश्न 1 - जलालुद्दीन खिलजी ने किस वंश के अंतिम शासक का वध किया था ?   (अ) खिलजी वंश  (ब) गुलाम वंश  (स) काकतीय वंश (द) गुहिलोत वंश उत्तर -  (ब) गुलाम वंश । प्रश्न 2 - खिलजी वंश में शाइस्त खां की उपाधि किसे मिली थी ?  (अ) गयासुद्दीन बलबन  (ब) अलाउद्दीन खिलजी  (स) जलालुद्दीन खिलजी  (द) खिज्र खा उत्तर - (स) जलालुद्दीन खिलजी । प्रश्न 3 - जलालुद्दीन खिलजी का प्रशासन किस विचारधारा पर आधारित था ?  (अ) निरंकुशता की विचारधारा (ब)  राजत्व के सिद्धांत का पालन  (स) रक्त और लौह की नीति का पालन  (द) कोई अप्रसन्न न रहे । उत्तर - (द) कोई अप्रसन्न न रहे ।  प्रश्न 4 - जलालुद्दीन खिलजी का शासनकाल कब से कब तक था  ?  (अ)-  1290 से 1296 ई०  (ब)- 1292 से 1296 ई० (स)- 1286 से 1296 ई० (द)- 1292 से 1298 ई०  उत्तर - (अ) 1290 से 1296 ई० । प्रश्न 5 - 1291 ई० में कड़ा - मानिकपुर ...

जलालुद्दीन खिलजी का इतिहास | Jalaluddin Khilji Ka Itihaas

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 जलालुद्दीन खिलजी का इतिहास | Jalaluddin Khilji Ka Itihaas  • 1206 से 1290 ई० तक भारत में गुलाम वंश का नाम इतिहास में प्रसिद्ध है , लंबे समय तक गुलाम वंश ने भारत पर शासन करा था , कुतुबुद्दीन ने दिल्ली में गुलाम वंश की स्थापना की थी और इल्तुतमिश एवं रजिया ने दिल्ली की शक्ति में वृद्धि की थी । • 1266 ई० से 1286 ई० के अंतिम गुलामवंशीय शासक बलबन की मृत्यु होने के पश्चात दिल्ली सल्तनत में केंद्र शक्ति का विघटन हो गया जिसके चलते अमीरों और सरदारों ने बलबन के छोटे बेटे के पुत्र कैकूबाद को सिंहासन पर बिठा दिया ।  • कैकुबाद अपने पिता के समान योग्य न था जिसका लाभ खिलजियो ने उठाया और सल्तनत में एक नए वंश की स्थापना कर दी ।                     जलालुद्दीन खिलजी का जीवन                                        एवं                         खिलजी वंश की स्थापना  • जलालुद...

तैमूर लंग का इतिहास | Taimoor lang ka itihas

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   तैमूर लंग का इतिहास| Taimoor Lang Ka Itihaas ∆ परिचय  बार्लस कबीले की शाखा चतगाई के प्रधान अमीर तुर्गाई के पुत्र तैमूर   लंग का जन्म ट्रांस ऑक्सियाना( कैच ) (वर्तमान समय में तुर्किस्तान ) में हुआ था। तैमूर जब 33 वर्ष का हुआ तब वह समरकंद का शासक बना।  • तैमूर का शाब्दिक अर्थ होता है - लोहे के समान या लोहे जैसे शरीर वाला अथवा मजबूत। • तैमूर ने जब भारत पर आक्रमण किया उस वक्त दिल्ली सल्तनत में फिरोज का पोता मोहम्मद शासन कर रहा था। तैमूर के भारत पर आक्रमण की वजह तैमूर के पौत्र पीर मोहम्मद को बताया जाता है। तैमूर का भारत पर आक्रमण - भारत की जमीन पर पांव रखते ही सर्वप्रथम उसने मुल्तान पर अभियान किया। (क) - मुल्तान पर अभियान -  • मुल्तान पर अपने पोते द्वारा सेना भेजे जाने के पश्चात उसने वहां अधिकार कर लिया । वहां से तालंबा का अभियान करके दीपालपुर ( वर्तमान में पाकिस्तान में) पर विजय प्राप्त कर भटनेर की ओर चल दिया।  (ख) - भटनेर का अभियान -   • भटनेर में तैमूर ने भारी क्षती पहुंचाई , और खूब धन लूटा व लूटपाट भी बहुत की । कई धनी अमीर भी नि...

इल्तुतमिश का इतिहास in hindi

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 इल्तुतमिश का इतिहास in hindi   इल्तुतमिश : गुलाम वंश का वास्तविक संस्थापक            [ इल्तुतमिश का जीवन ]  शमसुद्दीन इल्तुतमिश का जन्म मध्य एशिया में हुआ था , बाल्यावस्था  में उसको मोहम्मद गौरी के प्रिय गुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक ने 116.6 किलोग्राम सोने में खरीदा था । सैनिक की नौकरी करते हुए उसने अपनेआप को सुसज्जित करते हुए योग्य सैनिक गुणवत्ता प्रदान करी ।  1192 में जब कुतुबुद्दीन ऐबक को गौरी ने अपना प्रतिनिधि घोषित करा जिसके पश्चात 1206 ई० में कुतुबुद्दीन ऐबक के सुल्तान बनने के पश्चात इल्तुतमिश की उन्नति हुई और वो शासन के महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त करा गया । जिस तरह गौरी के लिए कुतुबुद्दीन ऐबक एक महत्वपूर्ण और प्रिय गुलाम था उसी स्तर में इल्तुतमिश ऐबक का गुलाम था ।   इल्तुतमिश का शासनकाल [ 1211 ई० - 1236 ई० ]  • भारत में तत्कालीन राज्यवंशी व्यवस्था इतनी दुर्बल थी की भारत को अफगानी , फारसी , इराक आदि अपने अधीन करना चाहते थे , जिससे भारत में वे अपने शासन का विस्तार कर के भारत को अपना राज्य बना ले , अपितु कुतुबु...

गुलाम वंश के वास्तुनिष्ठ प्रश्न in hindi

गुलाम वंश के वास्तुनिष्ठ प्रश्न in hindi  1206 - 1290 ई० कुतुबुद्दीन ऐबक इल्तुतमिश, रजिया सुल्तान , बलबन से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्न  प्रश्न 1- 1206 से 1526 का काल भारत के इतिहास में किस नाम से प्रख्यात है ?  (अ) मुगल सल्तनत  (ब) लाहौर सल्तनत  (स) दिल्ली सल्तनत (द ) तुर्की सल्तनत उत्तर (स)   दिल्ली   सल्तनत एवं सल्तनत युग।  प्रश्न 2- गुलाम वंश के संस्थापक का क्या नाम था ?  (अ) मोहम्मद गौरी  (ब) जिल्ले इलाही अख़बर (स) कुतुबुद्दीन ऐबक  (द) नसीरुद्दीन बलबन  उत्तर (स)  कुतुबुद्दीन ऐबक। प्रश्न 3-  कुतुबुद्दीन ऐबक का शासनकाल ?  (अ) 1206 से 1210 ई० (ब) 1200 से 1210 ई० (स) 1205 से 1210 ई० (द) 1192 से 1210 ई० उत्तर (अ)  1206 से 1210  ई०  तक ।  प्रश्न 4 - कुतुबुद्दीन किस जाति से संबंधित था?  (अ) अफगानी  (ब) यहूदी  (स) मंगोली (द) तुर्की उत्तर (ग)  ऐबक नामक तुर्क जाति ।  प्रश्न 5- किसने ऐबक को मलिक की उपाधि दी थी ?  (अ) मोहम्मद गजनवी (ब) मोहम्मद अली जिन्ना (स) मोहम्मद गौ...

स्ट्रैची कमीशन in hindi

 स्ट्रैची कमीशन in hindi    [स्ट्रैची कमीशन : 1880]  ∆ लिटन के भारत के गवर्नर जनरल नियुक्त होने के बाद ही दुर्भाग्य से भारत में एक बहुत ही गंभीर अकाल की स्थिति उत्पन्न हुई।  • इस अकाल ने भारत की स्थिति अत्यंत ही खराब कर दी थी । करीब 45 से   50 लाख से अधिक लोग इस अकाल की स्थिति में सिर्फ भूख से पीड़ित रहे और अंततः उन्हें अपनी जान गवानी पड़ी ।  • लिटन ने इस अकाल की स्थिति में सर रिचर्ड स्ट्रैची की अध्यक्षता में एक कमीशन की शुरुआत 1880 में की। जो भारत के इतिहास में स्ट्रैची कमीशन के नाम से विख्यात हुआ ।  ∆ स्ट्रैची कमीशन में सरकार से कई सिफारिशे की गई । जिनमें कुछ मुख्य सिफारिशे इस प्रकार है -    1 .  सहायता अत्यंत सुलभ हो ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कार्य हेतु नियुक्त किया जा सके अतः सहायता किसी भी प्रकार से अस्थाई ना रहे। 2.   जो व्यक्ति किसी भी प्रकार से अपने शरीर से अस्वस्थ , विकलांग अथवा शारीरिक कार्य करने में असमर्थ हो उन्हें भी सहायता का लाभ उन व्यक्तियों के समान ही मिल सके जिस प्रकार शरीर से स्वस्थ लोगों को क...

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