संदेश

Delhi Sultanate Ke Patan ke karan in Hindi लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अलाऊद्दीन खिलजी की बाजार नियंत्रण नीति in Hindi

  अलालुदीन खिलजी की बाजार नियंत्रण नीति in hindi परिचय  • अलालुद्दीन खिलजी, खिलजी वंश का शासक था , जो की अपनी शक्ति से सम्पूर्ण भारत पर अपना अधिकार करना चाहता था इसलिए अलाउद्दीन खिलजी ने दिल्ली सल्तनत का शासक होते हुए स्वयं को अपारशक्तिशाली बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई थी जिसमे से  उसकी " बाजार नियंत्रण नीति व योजना " इतिहास में अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि ये योजना का वर्तमान अर्थ व्यवस्था में भी उपयोग होता है ।  [ बाजार नियंत्रण नीति अपनाने का कारण ] 1. आर्थिक स्थिति को लंबे समय के लिए मजबूत बनाने  रखने की सोच :  अलाउद्दीन खिलजी ने दिल्ली सल्तनत का शासक होते हुए बाहरी अभियान किए थे जिसमे उसको अपार धन खर्च करना पड़ा था ।  2. स्थायी सैन्य व्यवस्था की स्थापना : अलाउद्दीन को स्मरण था की विश्व विजय प्राप्त करने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए उसके पास विशाल सेना होने के साथ ही साथ दिल्ली सल्तनत में एक बड़ी , बलवान , सशस्त्र स्थायी सेना का होना अत्यधिक महत्वपूर्ण है अर्थात अलाउद्दीन के लिए महत्वपूर्ण था कि वो दिल्ली में स्थायी सेना को सुसज्जित करक...

दिल्ली सल्तनत की विशेषताएं | Delhi Sultanate Ki Visheshtaye

चित्र
  दिल्ली सल्तनत की         विशेषताएं                     परिचय   • भारत में जब हम किसी भी राज्य का अध्ययन करते है तब दिल्ली सल्तनत का अध्ययन भारत के इतिहार का आवश्यक विषय है । • दिल्ली हमारे वर्तमान भारत की राजधानी भूतकाल से ही रही है , इसलिए दिल्ली सल्तनत का अध्ययन हमें दिल्ली का राजधानी होने का विशेष तथ्य भी ज्ञात कराता है । दिल्ली सल्तनत की प्रमुख विशेषताएं  1. विस्तृत इतिहास   • दिल्ली सल्तनत की प्रमुख विशेषताएं इसका अधिक विस्तृत होना है जो कि 320 वर्षों तक चला था । • सल्तनत काल में 5 वंशों ने दिल्ली पर शासन करा था । ∆ गुलाम वंश [ 1206 - 1290 ई० ] √ संस्थापक = कुतुबुद्दीन ऐबक  ∆ खिलजी वंश [ 1290 - 1320 ई० ] √ संस्थापक = जलालुद्दीन फिरोज खिलजी  ∆ तुगलक वंश [ 1320 - 1413 ई० ] √ संस्थापक = गयासुद्दीन तुगलक  ∆ सय्यद वंश [ 1414 - 1451 ई० ] √ संस्थापक = ख़ीज़्रखा   ∆ लोदी वंश [ 1451 - 1526 ई० ]  √ संस्थापक = बहलोल लोदी  2. सुल्तान की क्षमता...

दिल्ली सल्तनत के पतन के कारण

चित्र
दिल्ली सल्तनत के पतन के कारण | Delhi Sultanate Ke Patan ke karan in Hindi  1206 से 1526  तक के काल को दिल्ली सल्तनत काल कहा गया है। इस काल में मुख्यतः 5 वंशो की स्थापना हुई थी, जिनका यथाक्रम वृतांत इस प्रकार किया गया है - 1.  गुलाम वंश    सन् -  1206 से 1290 तक संस्थापक -  कुतुबुद्दीन ऐबक  वास्तविक संस्थापक - इल्तुतमिश 2. खिलजी वंश  सन् - 1290 से 1320 तक संस्थापक - जलालुद्दीन फिरोज खिलजी । 3. तुगलक वंश  सन् - 1320 से 1414 तक संस्थापक - गयासुद्दीन तुगलक शाह ।  4. सैय्यद वंश  सन् - 1414 से 1450 तक संस्थापक - खिज्राखां । 5. लोदी वंश  सन् - 1451 से 1526 तक संस्थापक -  बेहलोल लोदी ।  ∆ गुलाम वंश - • कुतुबुद्दीन ऐबक (जो की मोहम्मद गौरी का एक गुलाम था) ने गुलाम वंश की स्थापना सन 1206 में की। सन 1210 में इल्तुतमिश ने गुलाम वंश को और अधिक बलशाली व प्रभावशाली बनाने हेतु तुर्कान-ए-चिहलगानी का गठन किया, जिस कारण इस वंश के वास्तविक संस्थापक की ख्याति  इल्तुतमिश को मिली। • इल्तुतमिश खलीफा से सुल्तान ...

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

खिलजी वंश के वस्तुनिष्ठ प्रश्न | Khilji Vansh Ke Mcq questions in hindi

भारत में हरित क्रांति

गुलाम वंश के वास्तुनिष्ठ प्रश्न in hindi